आजकल के बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल से लोगो पर बहुत बुरा असर पड़ रहा है, जिसके कारण कई तरह के बीमारियों का खतरा बढ़ते जा रहा है। आज जानते है , What is Sleep Paralysis क्या है, जितना हाईफाई लाइफस्टाइल उतना ही आजकल नींद की समस्या से काफी लोग ग्रसित है। जिसके कारण सबसे बुरा असर सेहत पर ही हो रहा है। नींद की बीमारियों में बहुत से ऐसे समस्या है , जिसको नींद नहीं आती है, या किसी किसी को सोने का लिमिट पर कर देता यानी हमेशा नींद ही आती रहती है । इनमें से एक स्लीपिंग पैरालिसिस (Sleep Paralysis) है। इसमें कई बार नींद में किसी ऊंची जगह से गिरना, गहरे पानी में डूबने या किसी करीबी की मौत जैसी डरावनी चीजें दिखती हैं, या फिर ऐसा लगता है कोई दूसरी शक्ति हम पर अटैक कर रही, जिसके कारण हम बहुत डर जाते है। वैसे तो ये काफी नॉर्मल हो सकता है लेकिन कुछ लोगों में ये गंभीर बन जाता है. उन्हें ऐसा लगता है जैसे कि छाती पर कोई बैठ गया है यानी कोई उसे तेजी से दबा रहा है या फिर वे बोल ही नहीं पा रहे हैं. इसे ही स्लीप पैरालिसिस कहते हैं। आइए जानते है ये बीमारी के बारे में की ये है क्या, और क्यों होते है , इसके लक्षण और इसका इलाज कैसे हो सकता।
Sleep Paralysis क्या है, जितना हाईफाई लाइफस्टाइल उतना ही आजकल नींद की समस्या से काफी लोग ग्रसित है। जिसके कारण सबसे बुरा असर सेहत पर ही हो रहा है। नींद की बीमारियों में बहुत से ऐसे समस्या है , जिसको नींद नहीं आती है, या किसी किसी को सोने का लिमिट पर कर देता यानी हमेशा नींद ही आती रहती है । इनमें से एक स्लीपिंग पैरालिसिस (Sleep Paralysis) है। इसमें कई बार नींद में किसी ऊंची जगह से गिरना, गहरे पानी में डूबने या किसी करीबी की मौत जैसी डरावनी चीजें दिखती हैं, या फिर ऐसा लगता है कोई दूसरी शक्ति हम पर अटैक कर रही, जिसके कारण हम बहुत डर जाते है। वैसे तो ये काफी नॉर्मल हो सकता है लेकिन कुछ लोगों में ये गंभीर बन जाता है. उन्हें ऐसा लगता है जैसे कि छाती पर कोई बैठ गया है यानी कोई उसे तेजी से दबा रहा है या फिर वे बोल ही नहीं पा रहे हैं. इसे ही स्लीप पैरालिसिस कहते हैं। आइए जानते है ये बीमारी के बारे में की ये है क्या, और क्यों होते है , इसके लक्षण और इसका इलाज कैसे हो सकता। एक नींद संबंधी विकार है जिसमें व्यक्ति नींद में या जागने के समय अचानक अपने शरीर को हिलाने में असमर्थ होता है। यह एक अस्थाई अवस्था है जो कुछ सेकंड से लेकर कुछ मिनट तक रह सकती है। स्लीप पैरालिसिस के दौरान, व्यक्ति को अपने शरीर को हिलाने में परेशानी होती है, लेकिन वह अपनी आंखें खोल सकता है और अपने आसपास की चीजों को देख सकता है। यह एक बहुत ही डरावना और असहज अनुभव हो सकता है।
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स्लीप पैरालिसिस के कुछ सामान्य लक्षण हैं:
– नींद में या जागने के समय अचानक शरीर की गति नहीं हो पाती
– अपने शरीर को हिलाने में असमर्थता
– आंखें खोलने की क्षमता
– अपने आसपास की चीजों को देखने की क्षमता
– डर और चिंता की भावना
क्या आपको ऐसा रात को सोते समय लगा है की कोई है आपके पास और आप उसे देख नही पा रहे , लाख कोशिश करने पर भी आपके शरीर में कोई गति नहीं हो पा रही, जिससे आप बहुत डर भी जाते और घबरा भी जाते है।
ऐसा मेरे साथ कई बार हुआ है , इसलिए मुझे पता उस पल कैसा कैसा ख्याल, डर, टेंशन, दिमाग में चलने लगता है। ऐसा लगता कोई है हमारे आसपास हमे जकरे हुए, ऐसे में आप कितना भी चीखना चिल्लाना चाहोगे तो भी नही कुछ कर पाओगे, कितना भी आप बचने की कोशिश करो। लेकिन आपका जिस्म नहीं हिलता है, आप डर जाते हैं और डर कर चीखने की कोशिश करते हैं, लोगो को बुलाना चाहते हो, लेकिन आपको ये महसूस होता है आपके गले से आवाज़ भी नहीं निकल रही है, ऐसा लगता है कोई बुरी शक्ति है मेरे पास उसके कारण ऐसा हो रहा। डर लगने लगता है कही कुछ हो न जाए।
ऐसा कई लोगों के साथ होता है, कुछ लोग मानने लगते हैं कि यह कोई भूत-प्रेत या बुरी आत्मा का साया है, पैरालिसिस के दौरान कुछ लोगों को लगता है कि कोई भूत-प्रेत,या फिर अपने मरे हुए रिश्तेदारों है जो मेरे पास आए है। कुछ लोग अपने ही शरीर के कुछ हिस्सों को कट कर के हवा में तैरते हुए देखते हैं, और कुछ को तो लगता है कि उनका ही हमशक्ल उनके बगल में खड़ा है। ये दृश्य बहुत ही डरावना लगता है। रात को सोने में डर महसूस होने लगता , ऐसा लगता फिर आंख लगेगी और फिर वही सब मेरे साथ होगा, लेकिन बोलते है न डर के आगे जीत है, इसलिए हमे सोने से बचना नही, हमे इस बीमारी से ही मुक्त होना चाहिए। ये सिर्फ हमारे अंदर बदलाव, टेंशन, के कारण एक छोटी सी बीमारी है।
वैज्ञानिकों का मानना है कि स्लीप पैरालिसिस संभवत, तब से अस्तित्व में है जब से मनुष्य सो रहे हैं। ‘ शार्पलेस’ ने पाया कि स्लीप पैरालिसिस पहले की तुलना में अब ज़्यादा कॉमन है, उनके अनुसार क़रीब आठ फ़ीसद व्यस्कों ने कम से कम एक बार इस तरह का अनुभव किया है।
उन्होंने इस पर एक किताब भी लिखी है जिसका नाम है ‘स्लीप पैरालिसिस’ हिस्टॉरिकल, साइकोलॉजिकल एंड मेडिकल पर्सपेक्टिव’।
Sleep paralysis क्यों होता है : और इसका उपचार क्या है :
What is sleep paralysis : डॉक्टर के अनुसार स्लीप पैरालिसिस की सबसे बड़ी वजह नींद का पूरा न होना है , नींद का पूरा लेना हमारे स्वास्थ्य के लिए सबसे जरूरी है, सोने का टाइमटेबल सही नही होना , या फिर बहुत टेंशन ले रहे हो, टेंशन के कारण दिमाग में चल रहे, निगेटिव ख्याल से भी ये बीमारी होता है। कुछ डॉक्टर का मानना है की पीठ के बाल सीधा सोने से भी स्लीप पैरालिसिस के आप शिकार हो सकते हो ।
स्लीप पैरालिसिस से बचने के लिए कुछ उपाय:
1. नियमित नींद की आदतें अपनाएं: हर रोज़ एक ही समय पर सोने और उठने की कोशिश करें।
2. तनाव और चिंता कम करें: योग, ध्यान, या अन्य रिलैक्सेशन तकनीकों का अभ्यास करें।
3. नींद की गुणवत्ता में सुधार करें: एक आरामदायक नींद के लिए एक अंधेरे, शांत और ठंडे कमरे में सोएं।
4. नींद की दवाओं से बचें: नींद की दवाओं का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें।
5. कैफीन और अल्कोहल से बचें: सोने से पहले कैफीन और अल्कोहल का सेवन न करें।
6. व्यायाम करें: नियमित व्यायाम करने से नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है, लेकिन सोने से पहले व्यायाम न करें।
7. नींद से जुड़ी बीमारियों का इलाज करें: अगर आपको नींद से जुड़ी कोई बीमारी है, तो डॉक्टर से परामर्श करें और उचित इलाज कराएं।
8. आरामदायक नींद के लिए तकनीकें अपनाएं: प्रोग्रेसिव मांसपेशियों में आराम, गहरी सांस लेने के व्यायाम, और मानसिक छवि तकनीकें अपनाएं।
इन उपायों को अपनाकर आप स्लीप पैरालिसिस के खतरे को कम कर सकते हैं और बेहतर नींद का आनंद ले सकते हैं।
याद रखे पहले खुद के स्वास्थ्य का ख्याल रखे, टेक्नोलॉजी और एंटरटेनमेंट के कारण अपना नींद खराब न करे , सही टाइम पे सोने की कोशिश करे। और बाकी बचा टेंशन तो किसी ने कहा है – (ये टाइम भी चला जायेगा) जब खुशियां एक जगह नहीं टिक पाई हमेशा के लिए तो मुश्किलें और परेसानिया कैसे टिक कर रहेगी , वो भी एक दिन चला जायेगा। तो टेंशन लेने से हम अपना आज का दिन और हमारा शरीर जो गॉड गिफ्ट है उसे क्यों खतरे में डाले , याद रखे दुनिया में अपना खास क्यों न हो कोई किसी का साथ नही देता केवल आपका शरीर ही है जो हमेशा आपका साथ देगा । So keep your body healthy