एड़ियों का दर्द अक्सर सुबह उठते वक्त रहता है, पैर और टखने में 26 हड्डियाँ (tarsals), 33 जोड़, और 100 से अधिक टेंडन मौजूद होते हैं, जिनमें से एड़ी की हड्डी (calcaneus) सबसे बड़ी होती है। एड़ी का दर्द कई लोगों के लिए एक आम पैर की समस्या है। इसके कई कारण हैं, तो आइए इस आर्टिकल www.jayatanti.com के माध्यम से आपके समस्याओं का निदान करने का प्रयास करती हूं।
एडी का दर्द – ( Heel pain )
What is Heel Pain: एड़ी में दर्द मानो तो एक आम शिकायत है, नहीं तो बहुत मुश्किल समस्याएं भी है, जो किसी व्यक्ति के दैनिक जीवन को काफी हद तक बाधित करती है, जिससे गतिशीलता, उत्पादकता और समग्र स्वास्थ्य प्रभावित होता है। लगातार असुविधा के कारण, आप उन गतिविधियों में शामिल होने में असमर्थ हो सकते हैं जिन्हें आप पहले पसंद करते थे, जैसे कि व्यायाम करना या खेल खेलना। आपको काम पर अच्छा प्रदर्शन करने या एकाग्रता बनाए रखने में भी परेशानी हो सकती है। एड़ी के दर्द के कारणों, अभिव्यक्तियों और उपचार विकल्पों को समझना प्रभावी प्रबंधन और रिकवरी के लिए महत्वपूर्ण है। आम तौर पर एड़ियों में दर्द की समस्या महिलाओं को ज्यादा होती है, लेकिन यह आम समस्या है जो किसी को भी कभी भी हो सकती है, एड़ियों में दर्द होने पर कई बार चलना तक मुश्किल हो जाता है, एड़ियों में दर्द का मुख्य कारण प्लानटर फैसिटिस (Plantar fascitis) होता है, इस परिस्थिति को हिल स्पर सिंड्रोम (Heel spur syndrome) भी कहते है।
Read more – मातृभाषा हिन्दी पर निबंध हिंदी में 500 शब्दों में पूरी जानकारी के साथ।
Read more – Wellhealth Ayurvedic Health Tips in Hindi: जाने वेलहेल्थ आयुर्वेदिक स्वास्थ्य टिप्स के बारे में
एड़ी में दर्द होने के लक्षण – (Symptoms of Heel Pain)
Heel pain : यदि एड़ी में दर्द सामान्य मांसपेशीगत दर्द न होकर प्लानटर फैसिटिस (Plantar fascitis) के कारण होता है तो इसमें दर्द के अलावा अन्य लक्षण भी पाए जाते है, जैसे- पैरों के निचले हिस्से में दर्द के साथ जलन या कुछ समय के लिए एड़ी से बाहर निकलता हुआ महसूस होना,आराम के बाद बैठे होने या खड़े होने के बाद दर्द का अनुभव होना।
पैरों के तलें में दर्द के साथ जकड़न।
सो कर उठने के बाद एड़ियों में असहनीय दर्द।
ज्यादा देर तक खड़ा रहने पर पैरों में दर्द।
तलवे या एड़ी का उठा हुआ महसूस होना।
पैर में हल्की सूजन या लाल होना।
पैरों के तल में जकड़न या कड़ापन।
एड़ी में दर्द होने के कारण – (Causes of Heel Pain)
एड़ी में दर्द अक्सर ज़्यादा इस्तेमाल की वजह से होता है, हालाँकि, यह चोट की वजह से भी हो सकता है, कभी-कभी शरीर में विटामिन-डी की कमी के कारण भी एड़ी में दर्द की समस्या हो सकती है, विटामिन-डी एक वसा में घुलनशील विटामिन है जो कि हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक होता है, विटामिन बी-12, कैल्शियम और मैग्निशियम की कमी के कारण भी एड़ी में दर्द की समस्या हो सकती है। शरीर में कैल्शियम के अवशोषण के लिए मैग्निशियम की जरूरत होती है, उसकी कमी के वजह से कैल्शियम की भी कमी हो जाती है। कहने का मतलब है कि विटामिन बी12 भी मांसपेशियों की सामान्य गतिविधि के लिए जरूरी होता है। इसके अलावा और भी कारण होते है, जो इस प्रकार हैं –
–वजन बढ़ने की वजह से।
-लंबे समय तक खड़े रहने के कारण।
-ऊंची एड़ी वाले जूते या सैंडिल पहनने से।
-कोई नया व्यायाम या शारीरिक गतिविधि करने के कारण।
-पैर का सपाट होना या तले का असामान्य रूप से ऊँचा होना।
एड़ी में दर्द से बचने के उपाय – (How to Prevent Heel Pain )
एड़ी में दर्द न हो इसके लिए अपने जीवनशैली और आहार में कुछ बदलाव लाना भी ज़रूरी होता है। संतुलित आहार ले, डेली सुबह में व्यायाम करे जिससे आपकी बॉडी फिट ओर स्वस्थ रहे, एड़ी की दर्द विटामिन डी और कैल्सियम की कमी के कारण भी होता है तो विशेष कर इन बातों पर ध्यान दे , हमारे शरीर एक मशीन है, जिसे हम अगर इसे समय समय पर अपडेट न करे तो मशीन के जैसे ही हाल हो जाता , कभी ये पार्ट खराब तो कभी दूसरा पार्ट खराब, अपडेट करना मतलब हमलोग अपने बॉडी का हमेशा समय समय पर चेक करवाते रहना चाहिए और अगर उसमें जो चीज की कमी होगी तो उसका इलाज अगर घरेलू सामग्री से संभव हो तो ठीक नहीं तो डॉक्टर से परामर्श लेते रहे। इसके लिए हमें निम्न बातों पर ध्यान देते रहना चाहिए।
रेगुलर व्यायाम करना।
अच्छी ओर संतुलित आहार लेना।
समय समय पर बॉडी चेकअप।
अपने बॉडी को ज्यादा आराम न दे।
कैल्सियम की कमी के कारण।
एड़ी के दर्द का घरेलू इलाज -(Home remedies for heel pain)
एड़ी के दर्द की रोकथाम स्वस्थ आदतों को अपनाने और सक्रिय उपाय करने से शुरू होती है। एड़ी में दर्द के जोखिम को कम करने के लिए यहां कुछ सुझाव दिए गए हैं।
सहायक जूते पहनें – ऐसे जूते चुनें जो पर्याप्त आर्च सपोर्ट, कुशनिंग और उचित फिट प्रदान करते हों।
धीरे-धीरे शारीरिक गतिविधि बढ़ाएं – तीव्रता में अचानक बदलाव से बचें व्यायाम की अवधि अपने पैरों को अनुकूलन के लिए समय देने के लिए।
स्वस्थ वजन बनाए रखें – अतिरिक्त वजन पैरों पर अतिरिक्त तनाव डालता है, जिससे एड़ी में दर्द की संभावना बढ़ जाती है।
वार्म-अप और कूल-डाउन ये अपने पैरों को तैयार करने और तनाव को रोकने के लिए शारीरिक गतिविधियों से पहले और बाद में स्ट्रेचिंग व्यायाम को प्राथमिकता दें।
कठोर सतहों से बचें – अपने पैरों पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करने के लिए नरम सतहों पर चलें या व्यायाम करें।
घिसे-पिटे जूतों को बदलें – नियमित रूप से अपने जूतों का निरीक्षण करें और जब वे पर्याप्त सहारा न दें तो उन्हें बदल दें।
कुछ घरेलू उपचार एड़ी के दर्द को कम करने में मदद कर सकते हैं। इनमें शामिल हैं –
एप्सम नमक से पैर भिगोना – एप्सम नमक को गर्म पानी में घोलकर अपने पैरों को भिगोने से अस्थायी रूप से सूजन से राहत मिल सकती है और मांसपेशियों को आराम मिल सकता है।
मालिश चिकित्सा: प्रभावित पैर की मालिश करने से परिसंचरण में सुधार, तनाव से राहत और दर्द को कम करने में मदद मिल सकती है।
नाइट स्प्लिंट – रात भर स्प्लिंट पहनने से प्लांटर फेशिया और एचिलीस टेंडन में खिंचाव आता है। यह स्प्लिंट उपचार में मदद करता है और सुबह के दर्द को कम करता है।
जूता आवेषण – ओवर-द-काउंटर एड़ी पैड या इनसोल असुविधा को कम करने के लिए अतिरिक्त कुशनिंग और समर्थन प्रदान करते हैं।
पिंडली में खिंचाव – पिंडली की मांसपेशियों में खिंचाव से एड़ी पर दबाव कम होता है और लचीलापन बढ़ता है।
जूते में संशोधन – हील कप या थोड़ी ऊंची एड़ी वाले जूते का उपयोग करने से दबाव को अधिक समान रूप से वितरित करने में मदद मिल सकती है।
घरेलू उपचार एड़ी के दर्द से राहत प्रदान कर सकते हैं, लेकिन वे पेशेवर चिकित्सा सलाह और उचित पीठ एड़ी दर्द उपचार के महत्व को कम नहीं कर सकते।
कब लें डॉक्टर की सलाह ।
अगर एड़ी का दर्द बढ़ता ही जा रहा है और रुकने का नाम नहीं ले रहा तो आपको चिकित्सक की सहायता लेनी चाहिए।
पैरों का सुन्न पड़ जाना और कुछ महसूस ना होना।
घरेलू नुस्खे आजमाने के 2 हफ्ते बाद तक दर्द में आराम ना आना।
बार-बार दर्द उठना।
Read more – Heart Attack Due To Sleep Problem: लंबे समय से नींद की कमी के कारण हार्ट अटैक का खतरा।
Read more – Habits Of Successful People: जीवन को सफल बनाने के लिए आज से ही अपनाएं सफल लोगो की ये 10 आदतें।
Description : सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. एनडीटीवी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है। उम्मीद करती हूं , आपके समस्याएं का निदान करने में थोड़े काम आ सकू।